स्कूल शिक्षा मंत्री ने रायसेन में ''कक्षा साथी परियोजना'' का किया शुभारंभ
दक्षिण कोरिया की संस्था के सहयोग से रायसेन तथा भोपाल के 12 स्कूलों में चलेगी परियोजना
मंडीदीप / रायसेन - प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए दक्षिण कोरिया की संस्था टैग हाइव के सहयोग से रायसेन जिले के सात स्कूलों तथा भोपाल के पांच स्कूलों में ''कक्षा साथी परियोजना'' शुरू की गई है। इस परियोजना का शुभारंभ बाल दिवस के अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने रायसेन के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में किया। इस परियोजना की खास बात यह है कि शिक्षक द्वारा मोबाईल एप के माध्यम से बच्चों का रियल टाइम मूल्यांकन किया जा सकेगा।
परियोजना के शुभारंभ अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने बताया कि सभी बच्चों के पास क्लिकर डिवाईस होगा, जो शिक्षक के मोबाईल एप से जुड़ा होगा। मोबाईल एप एवं क्लिकर का उपयोग कर शिक्षक पाठ पढ़ाने के बाद छात्रों का मूल्यांकन तुरंत कर सकेंगे। आधुनिक तकनीकी युग में बच्चे तकनीकी का प्रयोग कर आनन्दमयी वातावरण में अध्ययन कार्य कर सकेंगे तथा बच्चों में पढ़ने के प्रति रूचि जागृत होगी। उन्होंने बताया कि मोबाईल एप पर पाठ्यक्रम से संबंधित विषय वस्तु के बहु विकल्पीय प्रश्नों को शिक्षक छात्रों से पूछेंगे तथा छात्र उनका जबाव क्लिकर के माध्यम से तुरंत देंगे। इसमें छात्रों की उपस्थिति भी क्लिकर के माध्यम से ही ली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के बेहतर परिणाम आने पर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश-प्रदेश के विकास के लिए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना जरूरी है। इसलिए स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाकर उनका तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है। अभिभावकों को स्कूलों से जोड़ने के लिए प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों में पेरेंट्स-टीचर मीटिंग आयोजित की गई हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश के अधिकारियों तथा प्राचार्यो को दक्षिण कोरिया, दिल्ली तथा बेंगलोर भेजा गया, जहां उन्होंने शिक्षा प्रणाली का अध्ययन किया। प्राचार्यो द्वारा विदेश सहित देश के कई हिस्सों में शिक्षा प्रणाली का अध्ययन करने के पश्चात प्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के तहत साउथ कोरिया की संस्था के सहयोग से रायसेन के सात तथा भोपाल के पांच स्कूलों में कक्षा साथी परियोजना प्रारंभ की गई है।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि देश-प्रदेश के इतिहास में पहली बार 35 हजार से अधिक शिक्षकों का ऑनलाईन ट्रांसफर किया गया है। इसी प्रकार बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक भी दक्ष हों, इसलिए उनकी भी परीक्षा आयोजित की गई। हम बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए शिक्षकों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रारंभ से ही बेहतर शिक्षा मिले, इसके लिए कक्षा पांचवी तथा आठवीं को पुनः बोर्ड परीक्षा बनाया गया है। स्कूलों में एनसीआरटी पाठ्यक्रम शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही शिक्षा के अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली स्टेम पद्धति पर आधारित थी। अब हम उसे स्टीम प्रणाली के रूप में लागू करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्टेम पद्धति में साईंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग तथा मेथ्स् विषय शामिल थे। स्टीम पद्धति में इन सभी विषयों के साथ-साथ आर्ट्स को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्कूली शिक्षा को रूचिकर बनाया जा रहा है ताकि बच्चें स्वयं पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित हों। उन्होंने बताया कि सभी शासकीय स्कूलों में बच्चों को समय पर किताबें तथा साईकिलें वितरित की गई हैं ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षा के साथ-साथ खेलों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो और वह हर क्षेत्र में आगे बढ़ें। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई को लेकर जागरूक करने वाले पैम्फलेट भी प्रदान किए।
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव के प्रयासों से ल्यूपिन हूमन वेलफेयर एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन मण्डीदीप द्वारा विद्यालयों में क्लिकर उपलब्ध कराए गए हैं। कलेक्टर श्री भार्गव ने बताया कि जिले के स्कूलों में जनसहयोग से आधारभूत संसाधन उपलब्ध कराने के लिए नागरिकों, औद्योगिक संस्थानों, समाज सेवी संस्थाओं से बात की जा रही है। कार्यक्रम के प्रारंभ में डीपीसी श्री विजय कुमार नेमा ने पायलेट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की जा रही कक्षा साथी परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के उप संचालक डॉ अशोक पारिख, एसपी श्रीमती मोनिका शुक्ला, पार्षद सलमा सिद्दीकी, श्री बृजेश चतुर्वेदी, एसडीएम श्री एलके खरे भी उपस्थित थे।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने देखी मोबाईल एप से जुड़े क्लिकर की प्रक्रिया - स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने रायसेन में शासकीय माध्यमिक शाला में परियोजना का शुभारंभ करने के बाद कक्षा पांचवी में जाकर मोबाईल एप तथा क्लिकर के माध्यम से बच्चों की उपस्थिति तथा बहु विकल्पीय प्रश्नोत्तर की पूरी प्रक्रिया देखी। उन्होंने शिक्षिका से मोबाईल एप के माध्यम से संचालित की जाने वाले इस प्रणाली के बारे में तथा बच्चों से क्लिकर के उपयोग के बारे में पूछा। कक्षा पांचवी की विद्यार्थी पायल, क्रांति, निधि, शिवा तथा राहुल ने इस प्रणाली को रूचिकर और आनंददायक बताया। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी की उपस्थिति में शिक्षिका ने मोबाईल एप के माध्यम से बच्चों से कुछ सवाल पूछे, जिनका बच्चों ने क्लिकर के माध्यम से जबाव दिया।
गैरतगंज में एक करोड़ 75 लाख रूपए से बनेगा गर्ल्स हायर सेकेण्डरी स्कूल भवन - कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि गैरतगंज में आयोजित आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान बच्चों तथा अभिभावकों ने गैरतगंज में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का भवन नहीं होने के बारे में अवगत कराया था। जिसके बाद गैरतगंज में कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल के भवन के लिए एक करोड़ 75 लाख रूपए की राशि की स्वीकृति जारी कर दी गई है। इसी प्रकार देहगांव शासकीय स्कूल को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है तथा शासकीय स्कूल सांची को भी उत्कृष्ट विद्यालय बनाया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा मंत्री को अपने बीच पाकर प्रसन्न हुए बच्चे - बाल दिवस के अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी को अपने बीच पाकर स्कूल के बच्चे प्रसन्न हुए और उन्होंने स्कूल शिक्षा मंत्री से बात भी की। इस दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने बच्चों से कहा कि जीवन में बदलाव की बुनियाद शिक्षा ही है। इसलिए वे मन लगाकर पढ़ाई करें, कठिन परिश्रम करें और अपना, अपने जिले का और देश-प्रदेश का नाम रोशन करें।
जिले के सात विद्यालयों में होगी कक्षा साथी परियोजना लागू - कक्षा साथी परियोजना जिले के सात विद्यालयों में लागू की गई है, जिसमें सांची विकासखण्ड की शासकीय माध्यमिक शाला वार्ड क्रमांक-8 रायसेन, शासकीय माध्यमिक शाला सेमरा, शासकीय माध्यमिक शाला सनखेड़ी, शासकीय माध्यमिक शाला सिलपुरी, शासकीय माध्यमिक शाला कानपोहरा, शासकीय कन्या माध्यमिक शाला रायसेन तथा औबेदुल्लागंज विकासखण्ड की शासकीय माध्यमिक शाला क.मण्डीदीप शामिल हैं।
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