कोरोना वायरस संबंधी सूचनाओं के लिए टोल फ्री न. 104 पर कर सकते हैं सम्पर्क
मंडीदीप / रायसेन - नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के संबंध में कलेक्टर श्री उमाषंकर भार्गव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि नोवल कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को वायरस के लक्षणों एवं बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करना जरूरी है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए सतर्क रहना होगा और सभी आवष्यक सावधानियां बरतनी होगी ।
कलेक्टर श्री भार्गव ने निर्देष दिए कि जिले के होटल, लॉज, अस्पताल तथा आवास गृह में अगर कोई व्यक्ति रुका है और उसने वायरस प्रभावित देशों की यात्रा की हो तो इसकी जानकारी तुरंत बीएमओ या सीएमएचओ को प्रदान की जाए। यात्रा करने वाले व्यक्ति की तुरंत कोरोनावायरस की जांच कराई जाए। उन्होंने सांची, मण्डीदीप सहित जिले के सभी होटल संचालकों को चीन अथवा अन्य संक्रमित देशों से आने वाले पर्यटकों, नागरिकों की जानकारी देने हेतु निर्देषित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस के मरीज के संपर्क में आया हो चाहे उसकी ट्रेवल हिस्ट्री न हो, ऐसे मरीज जिसमें असामान्य तथा असंभावित लक्षण प्रकट हो रहे हो, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में जानकारी दी गई कि साँची में मेडिकल आउट-पोस्ट की स्थापना की गई है, जहाँ पर्यटकों को नोवल कोरोना वायरस संबंधी जानकारी दी जा रही है। राज्य स्तर पर जनसामान्य को वायरस की जानकारी देने के लिये कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। टोल फ्री न. 104 पर कॉल सेन्टर से कोरोना वायरस के बारे में कोई भी व्यक्ति अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त कर सकता है। बैठक में महामारी अधिकारी डॉ कुलदीप सिंह चौहान ने कोरोना वायरस के लक्षण तथा रोकथाम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री अवि प्रसाद, एसडीएम श्रीमती मीषा सिंह, श्री संजय उपाध्याय तथा सुश्री प्रियंका मिमरोट, सीएमचएओ डॉ एके शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कोरोनो वायरस के लक्षण - कोरोना वायरस के लक्षणों में तेज बुखार (>38ºC), खांसी, गले में खरास तथा सांस फूलना शामिल है। लक्षण प्रकट होने के पहले 14 दिन के भीतर चीन के हुबई राज्य के वुहान शहर की यात्रा की हो या कोई स्वास्थ्य कर्मी जो गंभीर श्वसन संक्रमण के मरीज के सम्पर्क में आया हो चाहे उसकी ट्रेवल हिस्ट्री न हो तथा मरीज जिसमें असामान्य एवं असंभावित लक्षण प्रकट हो रहे हो व सभी संभव इलाज के पश्चात्य भी हालत में सुधार न हो रहा हो और कारण स्पष्ट न हो पा रहा हो। इसके अतिरिक्त वह व्यक्ति जिसमें गंभीर श्वसन सक्रमण SARI तथा लक्षण प्रकट होने में 14 दिन के भीतर वह किसी nCov (कोरोना वायरस) में कन्फर्म केस के सम्पर्क में आया हो, किसी nCov के प्रकरण को रिपोर्ट करने वाले अस्पताल गया हो या किसी nCov रिपोर्ट करने वाले देश से आए हुए जानवर के सीधे सम्पर्क में आया हो। कोरोना वायरस nCov की जांच थ्रोट स्वाब के लिए NIV Pune में व्यवस्था की गई है।
कोरोना वायरस नियंत्रण व रोकने के उपाय - बैठक मेमं जानकारी दी गई कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस नियंत्रण व रोकने के उपाए बताए गए हैं। इसमें जल्दी रोग की पहचान व संक्रमण के स्त्रोत का नियंत्रण के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को रोग की जानकारी रखने के लिए कहा गया है ताकि संभावित मरीज की जल्दी पहचान हो सके। रोग के लक्षणों व रोकने के उपायों का प्रचार-प्रसार करने, खांसते तथा छींकते समय मुंह या रूमाल कपड़ा आदि लगाने एवं कोहनी से नाक मुंह को ढंकना जरूरी है। इसी प्रकार संभावित कोरोना वायरस मरीज को अन्य मरीजों से अलग ऑइसोलेश्न वार्ड में रखने, संभावित कोरोना वायरस के मरीज को मास्क पहनने की सलाह देने तथा मरीज के सम्पर्क में आने से पहले व बाद में हाथ धोना जरूरी है।
संभावित कोरोना वायरस के मरीज द्वारा बरती जाने वाली सावधानियां - बैठक में जानकारी दी गई कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सामान्य सावधानियों के साथ-साथ संभावित मरीज में परिवार के सदस्यों, मिलने-जुलने वाले लोगों तथा देखभाल करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों का मास्क पहनना व बार-बार हाथ धोना जरूरी है। मरीज को अलग एक स्वच्छ हवादार आईसोलेट कमरे में रखने और यदि संभव न हो तो सभी संभावित एक ही प्रकार के लक्षणों वाले मरीजों को एक ही कमरे में रखना चाहिए। दो मरीजों में पलंग के बीच की दूरी का अंतर कम से कम एक मीटर होना चाहिए तथा जहां तक संभव हो स्वास्थ्य कर्मियों का एक पृथक से समूह बनाकर उन्हीं से संभावित मरीजों की देखभाल कराएं। एक बार उपयोग में लाए जाने वाले डिस्पोजिबल उपकरणों का प्रयोग करें। कोरोना वायरस के संबंध में अधिक जानकारी के लिए वेबसाईट ूूण्ूवण्पदज का उपयोग कर सकते हैं।
Post a Comment