कठपुतली के माध्यम से विज्ञान संचार कार्यशाला में सिखा ’गुब्बारे और रद्दी का उपयोग


मण्डीदीप  - नगर में प्रदेश के सुदूर अंचलों तक विज्ञान प्रसार और भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों के जन जागरण के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिक मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से पांच दिवसीय विज्ञान संचार कार्यशाला का आयोजन गोल्डन कैरी स्कूल में किया जा रहा है। जिसमें दूसरे दिन ग्रामीण क्षेत्रों और सुदूर आदिवासी अंचलों में रहने वाले आमजनों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और विज्ञान के जरिए शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक विकास में विज्ञान संचारकों महत्वपूर्ण भूमिका की जानकारी दी । विशेषज्ञ सुनील आनंद ने प्रतिभागियों को ग्लब्स पपेट (दस्ताना कठपुतली) बनाने का प्रशिक्षण दिया।

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प्रतिभागियों को गुब्बारे और रद्दी अखबार से ग्लब्स पपेट का बेस तैयार करना सिखाया। इस दौरान सुनील आनंद ने प्रतिभागियों के सवालों के जवाब भी दिए। कार्यशाला का आयोजन भोपाल की सर्च एंड रिसर्च डवलपमेंट सोसायटी द्वारा किया जा रहा है। सोसायटी की अध्यक्ष डॉ. मोनिका जैन ने बताया कि पांच दिवसीय कार्यशाला में कठपुतली बनाने का प्रशिक्षण देने के साथ ज्ञान-विज्ञान और जन-जागरूकता से जुड़े विषयों पर स्क्रिप्ट राइटिंग का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए भी प्रोफेशनल स्क्रिप्ट राइटर और विशेषज्ञ प्रतिभागियों का मार्गदर्शन दिया गया। 



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