मण्डीदीप
समाज में कुपोषण कलंक की भांति है, इसे समाप्त करना हम सभी की सामूहिक जिम्मदारी है। यह बात आगंनबाड़ी सुपरवाईजर आरती वर्मा ने कही। वह बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम के तहत पोषण मित्र तथा कुपोषित बच्चों के अभिभावकों के उन्मुखीकरण कार्यशाला में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि मण्डीदीप में कुपोषित बच्चों की संख्या बहुत कम है। महिला एवं बाल विकास विभाग का अमला और पोषण मित्र पूरी गम्भीरता से प्रयास करें तो कुपोषण को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है। कुपोषित बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक आहार समय पर खिलाये जाने में पोषण मित्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हर रोज कुपोषित बच्चों के घर जाकर अपने बच्चे की भांति ही उसे पौस्टिक आहार खिलाएं। इससे बच्चा जल्द कुपोषण से बाहर आ जाएगा। उन्होंने पोषण मित्रों से कहा भी अपने संरक्षित बच्चे के घर जाकर उन्हें पौष्टिक आहार खिलाया जाना सुनिश्चित करें।
Post a Comment