नए साल में फर्नीचर पर बैठकर पढ़ाई कर रही हैं छात्राएं
शिक्षकों ने स्वयं 72 हजार रूपए एकत्र कर उपलब्ध कराया फर्नीचर
मंडीदीप - औबेदुल्लागंज विकासखण्ड के शासकीय कन्या माध्यमिक शाला गौहरगंज की छात्राएं 01 जनवरी को जब अपनी कक्षा में पहुंची तो वहां फर्नीचर देखकर आश्चर्य चकित रह गईं। जिस कक्षा में वह जमीन पर टाटपट्टी पर बैठकर पढ़ाई करती थीं, अब वे नए साल में टेबल-कुर्सी पर बैठकर पढ़ाई करेंगी। नव वर्ष पर मिले इस उपहार को देखकर छात्राओं के चेहरे की खुशी देखते ही बनती थी। यह सब संभव हुआ है शाला में पदस्थ शिक्षकों के प्रयासों से।
शासकीय कन्या माध्यमिक शाला गौहरगंज के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों ने स्वयं अपने वेतन से 72 हजार रूपए की राशि एकत्रित कर छात्राओं के लिए फर्नीचर उपलब्ध कराकर यह संभव कर दिखाया है कि अगर शिक्षक ठान लें तो स्कूल की तस्वीर और तकदीर दोनों बदली जा सकती है। शासकीय कन्या माध्यमिक शाला गौहरगंज के प्रधानाध्यापक श्री अखिलेश मिश्रा ने बताया कि शाला में फर्नीचर उपलब्ध नहीं होने के कारण छात्राओं को टाटपट्टी पर बैठकर पढ़ाई करना पड़ता था। जिससे छात्राओं को पढ़ने-लिखने में कठिनाई होने के साथ-साथ उनका पढ़ाई में मन भी नहीं लगता था। इसका असर छात्राओं की उपस्थिति पर भी दिखाई दे रहा था। शाला के शिक्षकों तथा स्टॉफ ने स्वयं ही छात्राओं के लिए फर्नीचर की व्यवस्था करने का निर्णय लेते हुए स्वयं के वेतन से 72 हजार रूपए की राशि एकत्रित की। शाला में पदस्थ वरिष्ठ सहायक शिक्षक श्रीमती कांति बाघमारे द्वारा 20 हजार रूपए, सेवानिवृत्त शिक्षक श्री बिहारी लाल लोधी द्वारा पांच हजार रूपए तथा शाला में पदस्थ प्रधानाध्यापक श्री अखिलेश मिश्रा, उच्चश्रेणी शिक्षक श्री श्रीदयाल प्रजापति, माध्यमिक शिक्षक श्री वीर सिंह चौहान, श्री सुनील कुमार वर्मा, अध्यापक श्री राशिद नदीम, सहायक शिक्षक श्रीमती मिथिलेश पस्टारिया, प्रधानाध्यापक माध्यमिक विभाग श्री लखन सिंह उईके, प्राथमिक शिक्षक श्रीमती संध्या मेहरा तथा श्री राकेश चौधरी द्वारा पांच-पांच हजार रूपए एवं भृत्य श्री रवेन्द्र शर्मा द्वारा 2500 रूपए की राशि फर्नीचर हेतु दी गई है।
प्रधानाध्यापक श्री मिश्रा ने बताया कि कक्षा पहली से आठवी तक शाला में दर्ज 250 छात्राओं की बैठक व्यवस्था हेतु फर्नीचर पर लगभग एक लाख 30 हजार रूपए की राशि व्यय की गई है, जिसमें से 72 हजार रूपए की राशि शिक्षकों तथा स्टॉफ द्वारा अपने वेतन से एकत्रित की गई है और शेष राशि शाला मद से खर्च की गई है। श्री मिश्रा ने बताया कि फर्नीचर नहीं होने के कारण पहले छात्राओं की उपस्थिति लगभग 70-75 प्रतिशत रहती थी, जो कि अब बढ़कर 85-90 प्रतिशत हो गई है। शासकीय कन्या माध्यमिक शाला गौहरगंज के शिक्षकों द्वारा स्वयं ही प्रयास करके अपने विद्यालय की तस्वीर बदलने की यह पहल सराहनीय और अनुकरणीय है।
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